حضرت امام صادق علیہ السلام نے فرمایا : اگر میں ان(امام زمانہ علیہ السلام) کے زمانے کو درک کر لیتا تو اپنی حیات کے تمام ایّام ان کی خدمت میں بسر کرتا۔
बहस का नतीजा

बहस का नतीजा

इन्तेज़ार, आशा दिलाने वाली और नजात देने वाली हालत है जो इन्तेज़ार करने वाले लोगों को ग़ैबत के अंधेरे दिनों में गुमराही और भटकाओं से नमाज़ देती हैं और उनको नूर और पवित्रता की घाटी की तरफ़ खीचती है।

इन्तेज़ार दुखी और अत्याचार का शिकार लोगों के एक नई शक्ति देती है और निराशा में डूबे दिलों को आशावादी बनाता है और एक सुखी और ख़ुशियों से भरी हुई दुनिया की रूप रेखा बनाता है।

इन्तेज़ार, वास्तविक इन्तेज़ार करने वाले लोगों को तलाश करता है और चमकते हुए नूर का मार्ग दर्शन करता है, इन्तेज़ार रुकावटों और अंधेरों को हटा देता है और पराकाष्ठा पाए हुए लोगों के अस्तित्व में एक चमकता हुआ नूर पैदा करता है।

इन्तेज़ार, इन्तेज़ार करने वालों के दिलों में वास्तविक शिया अक़ीदों का बीज बोता है और महान लोगों के लिए पूर्ण मानवी हालात को इनआम के तौर पर देता है।

अगर आप चाहते हैं कि इन्तेज़ार की हालत आपके अंदर पैदा हो और उसको शक्ति मिले, तो विलायत के महान पद से मोहब्बत कीजिए और इन्तेज़ार के रहस्यम प्रभावो और वास्तविक इन्तेज़ार करने वालों के हालात को देखकर उनकी विशेषताओं और आदतों की जानकारी पैदा कीजिए, और हज़रत बक़ीयतुल्लाहिल आज़म (अ) के ज़ोहूर के ज़माने की बरकतों से अपनी आत्मा और दिन को परिचित कीजिए,

ताकि उन दिनों के आने का इन्तेज़ार अन्जाने में ही आप के पूरे वजूद को घेर ले।

रोज़े महशर कि ज़ेहूलश सोख़नान मी गोयन्द

रास्त गोयन्द वली चून शबे हिजरां तू नीस्त

 

समाप्त

 

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