ઈમામ સાદિક઼ (અ.સ.) એ ફરમાવ્યુઃ અગર હું એમના જમાનામાં હોઉં તો મારી જીન્દગીનીના તમામ દિવષો એમની સેવા કરીશ.
ज़हूर के ज़माने में, आजके अविष्कारों का अंजाम

ज़हूर के ज़माने में, आजके अविष्कारों का अंजाम

हम दो महत्वपूर्ण और बुन्यादी नोकते को बयान करते हैं।

1. इमाम--ज़माना अज्जलल्लाहु फरजहुश्शरीफ का दुनिया वालों को हेदायत करना।

2. ज़हूर के ज़माने के लोगों में इल्मी और फ़िक्री उन्नति ।

इन दो चीज़ों के कारण इंसान तेज़ी से इल्म हासिल कर सकेगा जिसके कारण महान इल्मी तरक़्क़ी (उन्नति) होगी।

अब सवाल यह पैदा होता है कि ज़हूर के ज़माने की आश्चर्यजनक इल्मी और फ़िक्री उन्नति के बाद आज की इजादों का क्या होगा ?

क्या वह सब नीस्तो नाबूद हो जाएँगी ?

सम्भव है कि और लोगों के मास्तिष्क में भी यह प्रश्न हो। अतः उसका उत्तर देना आवश्यक है। और हम इसको विस्तार से बयान करते हैं।

 

 

    મુલાકાત લો : 2423
    આજના મુલાકાતીઃ : 142296
    ગઈકાલના મુલાકાતીઃ : 226086
    સૌ મુલાકાતીની સંખ્યા : 147401050
    સૌ મુલાકાતીની સંખ્યા : 101058809